Public Holiday : उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को संत रविदास जयंती के अवसर पर एक बड़ा फैसला लेते हुए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. पहले यह दिन निर्बंधित अवकाश के रूप में मनाया जाता था, जिसमें कर्मचारी अपनी इच्छानुसार छुट्टी ले सकते थे. लेकिन अब इसे सार्वजनिक अवकाश में बदल दिया गया है, जिससे सभी सरकारी कार्यालय और बैंक बंद रहेंगे.
सरकारी अवकाशों में परिवर्तन के पीछे की वजह Public Holiday
यह बदलाव सामाजिक समरसता और संत रविदास के अनुयायियों की बढ़ती संख्या की मांग पर विचार करते हुए किया गया है. संत रविदास की शिक्षाएं और उनका जीवन समाज में समता और भाईचारे के प्रतीक के रूप में महत्वपूर्ण हैं. इसलिए उनकी जयंती को और अधिक महत्व देने के लिए यह कदम उठाया गया है.
अवकाश का सामाजिक प्रभाव
सार्वजनिक अवकाश घोषित होने से अब संत रविदास की जयंती को होली-दिवाली की तरह महत्व मिलेगा, जिससे इस दिन को मनाने के लिए समाज के हर वर्ग के लोगों में उत्साह बढ़ेगा. यह न केवल अनुयायियों को सम्मान देता है बल्कि सामाजिक एकता के विचार को भी प्रोत्साहित करता है.
संत रविदास के जीवन और शिक्षाओं का प्रभाव
संत रविदास जिन्हें संत शिरोमणि भी कहा जाता है, ने अपने जीवनकाल में समाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाई और लोगों को समता, न्याय और भाईचारे का पाठ पढ़ाया. उनकी शिक्षाएं और विचार आज भी उत्तर प्रदेश में उनकी जन्मस्थली काशी में गहराई से मनाई जाती हैं.
मुख्यमंत्री की शुभकामनाएं और संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि संत रविदास के विचारों का प्रसार और विस्तार असीम है और उनके द्वारा दिखाए गए आत्मज्ञान का मार्ग हर व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है. उनकी जयंती के अवसर पर सभी को उनके विचारों को याद करने और उन्हें अपने जीवन में उतारने का संदेश दिया गया है.