Gold Rate Today: सोने की कीमत में लगातार इजाफा देखा जा रहा है और अब यह 87,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया है. बजट के बाद से ही सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है. इसके पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण हैं. जिनमें डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी, अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता और अमेरिकी नीतियों का असर प्रमुख हैं.
अमेरिकी नीतियों का असर, निवेशकों का रुझान सोने की ओर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस्पात और एल्युमीनियम पर 25% आयात शुल्क लगाने की घोषणा के बाद वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है. इस कारण निवेशक असमंजस में हैं और सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की ओर रुख कर रहे हैं. इसके अलावा, शेयर बाजार की अस्थिरता और वैश्विक मंदी की आशंका भी सोने की कीमतों को ऊंचा कर रही है.
डॉलर की मजबूती और रुपये की कमजोरी से महंगा हुआ सोना
डॉलर की मजबूती और रुपये की कमजोरी का भी सोने की कीमतों पर सीधा असर पड़ रहा है. भारत सोने का बड़ा आयातक है और जब रुपया कमजोर होता है तो सोने का आयात महंगा हो जाता है. इस कारण घरेलू बाजार में सोने के दाम तेजी से बढ़ जाते हैं. साथ ही बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों में संभावित बदलाव की अटकलों ने भी सोने की कीमतों को नए रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा दिया है.
बड़े शहरों में 24 और 22 कैरेट सोने का भाव
सोने की कीमतें देशभर में तेजी से बढ़ रही हैं. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में सोने के दाम में 400 रुपये तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट (प्रति 10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड रेट (प्रति 10 ग्राम) |
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दिल्ली | 79,960 रुपये | 87,220 रुपये |
चेन्नई | 79,810 रुपये | 87,070 रुपये |
मुंबई | 79,810 रुपये | 87,070 रुपये |
कोलकाता | 79,810 रुपये | 87,070 रुपये |
11 फरवरी को चांदी की कीमत में गिरावट
सोने की कीमत में जहां बढ़ोतरी देखी गई, वहीं चांदी की कीमत में गिरावट रही. 11 फरवरी को चांदी की कीमत 99,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई. हालांकि चांदी अभी भी 1,00,000 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को छूने के करीब है.
कैसे तय होती है भारत में सोने की कीमत?
भारत में सोने की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें, सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स, मुद्रा विनिमय दर और घरेलू मांग इसका मुख्य आधार हैं. भारत में सोना सिर्फ एक निवेश नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा है. शादियों, त्योहारों और विशेष अवसरों पर सोने की मांग बढ़ने से कीमतों में भी उछाल आता है.
क्या आगे भी जारी रहेगी सोने की कीमतों में बढ़ोतरी?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक स्तर पर आर्थिक अस्थिरता बनी रहती है और डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतों में और इजाफा देखने को मिल सकता है. इसके अलावा, घरेलू बाजार में बढ़ती महंगाई और निवेशकों का झुकाव भी सोने के दाम को ऊंचा बनाए रख सकता है. निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सोने में निवेश करते समय मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखें.