इस राज्य में ट्रैवल एजेंट्स पर बड़ी कार्रवाई, उड़ी कईयों की नींद Travel Agent

Travel Agent: अमेरिका से अवैध तरीके से गए भारतीयों की वापसी के बीच पंजाब पुलिस अब उन ट्रैवल एजेंटों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है, जो युवाओं को अवैध तरीके से विदेश भेजने में शामिल हैं. पुलिस केंद्रीय एजेंसियों से प्राप्त डिपोर्ट किए गए भारतीयों की जानकारी इकट्ठा करेगी और उनके माध्यम से उन एजेंटों तक पहुंचेगी. जिन्होंने इन्हें अवैध तरीके से अमेरिका भेजा था.

कैसे अवैध रूप से भेजे जाते हैं युवा विदेश?

अमेरिका जाने की चाहत रखने वाले कई युवा गलत रास्तों का शिकार हो जाते हैं. ट्रैवल एजेंट 40 से 50 लाख रुपये तक की भारी रकम लेकर उन्हें अवैध रूप से विदेश भेजने का झांसा देते हैं. कई बार ये एजेंट युवाओं को ‘डंकी रूट’ (Dunki Route) से भेजते हैं. जिसमें उन्हें खतरनाक रास्तों से होते हुए अमेरिका तक पहुंचाया जाता है. इस दौरान कई युवाओं की मौत तक हो जाती है और कुछ लापता हो जाते हैं जिनका कभी पता नहीं चलता.

अमेरिका ने भारत को सौंपे 18,000 अवैध अप्रवासियों की सूची

पिछले साल नवंबर में अमेरिका ने भारत को 18,000 अवैध अप्रवासियों की सूची सौंपी थी, जिन्हें वहां से डिपोर्ट किया जाना था. इनमें से बड़ी संख्या में पंजाबी युवा हैं. जिन्हें अवैध ट्रैवल एजेंटों के जरिए विदेश भेजा गया था. भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह अवैध प्रवास का समर्थन नहीं करती और इन डिपोर्ट किए गए लोगों को वापस लेने के लिए पूरी तरह तैयार है.

डिपोर्ट किए गए लोगों से जानकारी जुटाएगी पंजाब पुलिस

सूत्रों के मुताबिक पंजाब पुलिस इन डिपोर्ट किए गए भारतीयों से संपर्क कर अवैध ट्रैवल एजेंटों की पहचान कर सकती है. पुलिस अभी तक इन लोगों की पूरी पहचान नहीं कर पाई है. लेकिन अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से संपर्क किया जा रहा है.

अवैध ट्रैवल एजेंटों पर सख्ती की तैयारी

पंजाब पुलिस अब राज्य में अवैध रूप से काम कर रहे ट्रैवल एजेंटों पर सख्ती करने की योजना बना रही है. अवैध प्रवास और मानव तस्करी रोकने के लिए सरकार के निर्देशों के तहत पुलिस ऐसे एजेंटों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी.

क्या होता है ‘डंकी रूट’ और क्यों है यह खतरनाक?

‘डंकी रूट’ यानी अवैध प्रवास का वह रास्ता, जिसमें बिना किसी कानूनी दस्तावेज के लोगों को अमेरिका, कनाडा या यूरोप जैसे देशों में भेजा जाता है. इसमें लोग नेपाल, दुबई, रूस, मैक्सिको और अन्य देशों के रास्ते अमेरिका पहुंचते हैं. इस दौरान उन्हें कई बार रेगिस्तानों, घने जंगलों और खतरनाक पहाड़ी इलाकों से गुजरना पड़ता है, जहां जान का खतरा हमेशा बना रहता है.

डंकी रूट से जाने वालों के लिए जानलेवा सफर

  • मौत का खतरा: कई लोगों की रास्ते में मौत हो जाती है.
  • लापता होने का खतरा: कई युवक रास्ते में लापता हो जाते हैं, जिनका फिर कोई पता नहीं चलता.
  • मानव तस्करी का शिकार: कई बार इन युवाओं को मानव तस्करी और जबरन मजदूरी में धकेल दिया जाता है.

सरकार ने अवैध अप्रवासियों के खिलाफ नरमी, लेकिन अपराधियों पर सख्ती

पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि डिपोर्ट किए गए लोगों के प्रति सरकार नरम रुख अपनाएगी, लेकिन यदि इनमें से किसी का आपराधिक रिकॉर्ड पाया गया, तो उन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ऐसे मामलों में पूरी छानबीन कर रही है.

कैसे होती है मानव तस्करी और अवैध प्रवास की साजिश?

  • फर्जी वीजा और दस्तावेज: एजेंट फर्जी वीजा और दस्तावेज बनाकर लोगों को विदेश भेजते हैं.
  • खतरनाक रास्तों का इस्तेमाल: नेपाल, मैक्सिको और अन्य देशों के रास्ते अमेरिका भेजा जाता है.
  • धोखाधड़ी और जबरन वसूली: एजेंट पैसे लेने के बाद लोगों को बीच रास्ते में छोड़ देते हैं.
  • युवाओं की मजबूरी का फायदा: बेरोजगारी और बेहतर जीवन की चाह में लोग इस जाल में फंस जाते हैं.

सरकार और पुलिस क्या कदम उठा रही है?

  • अवैध ट्रैवल एजेंटों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई.
  • युवाओं को इस तरह की धोखाधड़ी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान.
  • अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर डंकी रूट का नेटवर्क तोड़ने की योजना.
  • सख्त कानूनी कार्रवाई और अवैध प्रवास रोकने के लिए कड़े कानून.

युवाओं को अवैध प्रवास से क्यों बचना चाहिए?

  • जान का खतरा बना रहता है.
  • अमेरिका और अन्य देशों में पकड़े जाने पर डिपोर्ट कर दिया जाता है.
  • ठगी और जबरन मजदूरी का शिकार हो सकते हैं.
  • कई बार इन एजेंटों द्वारा लड़कियों को मानव तस्करी का शिकार बना दिया जाता है.

क्या करें अगर कोई ट्रैवल एजेंट अवैध तरीके से विदेश भेजने का झांसा दे?

  • संबंधित पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत करें.
  • ट्रैवल एजेंट के लाइसेंस और कानूनी दस्तावेज की जांच करें.
  • विदेश मंत्रालय द्वारा प्रमाणित एजेंसियों से ही विदेश जाने की योजना बनाएं.
  • अगर कोई एजेंट 40-50 लाख रुपये मांग रहा है, तो समझ जाएं कि मामला संदिग्ध है.

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