New Dress Code: पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक नया ड्रेस कोड लागू करने का फैसला किया है. इस फैसले के तहत सभी कर्मचारियों को तय किए गए कपड़े ही पहनने होंगे. ड्यूटी के दौरान भड़कीले, छोटे और बिना आस्तीन के कपड़े पहनने की अनुमति नहीं होगी. यह नियम सभी कर्मचारियों पर समान रूप से लागू होगा. ताकि कार्यस्थल पर अनुशासन बना रहे और एक समानता दिखाई दे.
ड्रेस कोड का पालन न करने पर होगी सख्त कार्रवाई
PSPCL ने स्पष्ट किया है कि जो भी कर्मचारी इस नए ड्रेस कोड का पालन नहीं करेगा. उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. अधिकारियों का मानना है कि यह कदम कार्यस्थल पर पेशेवर माहौल बनाए रखने के लिए उठाया गया है. अगर कोई कर्मचारी तय किए गए नियमों को अनदेखा करता है, तो उसे कारण बताओ नोटिस (चार्जशीट) जारी किया जाएगा.
महिला और पुरुष कर्मचारियों के लिए तय की गई पोशाक
PSPCL ने पुरुष और महिला कर्मचारियों के लिए अलग-अलग पोशाक तय की है. महिला कर्मचारियों को सलवार कमीज सूट, साड़ी, फॉर्मल शर्ट और ट्राउजर पहनने की अनुमति दी गई है. वहीं, पुरुष कर्मचारियों को पैंट-शर्ट, कोट-पैंट, स्वेटर और कुर्ता-पायजामा पहनना होगा. इस ड्रेस कोड का उद्देश्य कर्मचारियों को एक व्यवस्थित और पेशेवर लुक देना है. जिससे कार्यालयों में अनुशासन बना रहे.
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य वर्दी
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए विशेष वर्दी अनिवार्य की गई है. पुरुष कर्मचारियों को खाकी वर्दी पहननी होगी, जबकि महिला कर्मचारियों को सफेद वर्दी के साथ ग्रे रंग का दुपट्टा पहनना होगा. इससे कार्यालय में पहचान और अनुशासन की स्पष्टता बनी रहेगी. PSPCL का मानना है कि यह बदलाव कार्यस्थल पर एकरूपता लाने में मदद करेगा.
आईडी कार्ड और रंगीन टैग होंगे अनिवार्य
ड्रेस कोड के साथ-साथ विभाग ने सभी कर्मचारियों के लिए आईडी कार्ड पहनना भी अनिवार्य कर दिया है. सभी कर्मचारियों को अपनी पहचान के लिए आईडी कार्ड गले में पहनना होगा. इसके अलावा, रैंक के अनुसार अलग-अलग रंग के टैग भी दिए जाएंगे. ताकि कर्मचारियों की श्रेणी को आसानी से पहचाना जा सके.
- पहली रैंक – बिना रंग का टैग
- दूसरी रैंक – नीले रंग का टैग
- तीसरी रैंक – पीले रंग का टैग
- चौथी रैंक – हरे रंग का टैग
- बाहरी स्रोतों से काम करने वाले कर्मचारी – काले रंग का टैग
ड्रेस कोड लागू करने का उद्देश्य
इस नए नियम का मुख्य उद्देश्य विभाग की छवि को सुधारना और कार्यस्थल पर अनुशासन बनाए रखना है. बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कार्यालयों में समय की पाबंदी और अनुशासन को बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. उनके अनुसार यह नियम कर्मचारियों के लिए कार्यस्थल को अधिक अनुशासित और पेशेवर बनाने के लिए लागू किया गया है.
कर्मचारियों पर होगा इस बदलाव का प्रभाव
नए ड्रेस कोड को लागू करने के बाद कर्मचारियों की कार्यशैली और उनके पहनावे में बदलाव देखने को मिलेगा. इससे कार्यस्थल पर अनुशासन और गंभीरता बनी रहेगी. हालांकि कुछ कर्मचारी इस नियम को लेकर असंतुष्ट हो सकते हैं. लेकिन अधिकारियों का मानना है कि इससे कार्यालय में कार्यसंस्कृति में सुधार आएगा.
अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्ती
PSPCL के प्रबंध निदेशक ने साफ कर दिया है कि जो भी कर्मचारी इस ड्रेस कोड का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. इससे न केवल कार्यालय का माहौल बेहतर होगा. बल्कि अन्य कर्मचारियों को भी अनुशासन का पालन करने की प्रेरणा मिलेगी.
ड्रेस कोड लागू करने से होंगे ये फायदे
- कार्यस्थल पर अनुशासन – सभी कर्मचारी एक निर्धारित ड्रेस कोड में रहेंगे, जिससे एकरूपता बनी रहेगी.
- पेशेवर माहौल – यह कदम कर्मचारियों के बीच एक पेशेवर माहौल बनाएगा.
- संस्थान की छवि में सुधार – बाहर से आने वाले लोग PSPCL के अनुशासन और कार्यसंस्कृति को देखकर सकारात्मक संदेश लेंगे.
- पहचान में आसानी – आईडी कार्ड और रंगीन टैग की वजह से कर्मचारियों की रैंक और जिम्मेदारियों को पहचानना आसान होगा.