Rajasthan Railway Line: राजस्थान में रेलवे विस्तार के लिए बड़े पैमाने पर कदम उठाए गए हैं। लूणी-समदड़ी-भीलड़ी रेलवे लाइन के दोहरीकरण के माध्यम से न केवल मालगाड़ियों बल्कि यात्री गाड़ियों की आवाजाही को भी सुगम बनाया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट 273 किलोमीटर लंबी इस लाइन को चार चरणों में पूरा करने की योजना में है।
परियोजना के तकनीकी पहलू
इस परियोजना में रेलवे ट्रैक को अलग से बिछाने के लिए पहले सफाई, फिर अर्थ वर्क और उसके बाद नदी-नालों पर पुल निर्माण शामिल है। इसके अलावा, रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए कंकरीट बिछाने की प्रक्रिया भी शामिल है। ये सभी कदम सही ढंग से उठाए जा रहे हैं ताकि यातायात को कम से कम परेशानी हो।
दोहरीकरण का महत्व और लाभ
इस दोहरीकरण परियोजना के पूरा होने पर यात्रियों को लंबी दूरी की ट्रेनों का अधिक सुविधाजनक लाभ मिलेगा और ट्रेनों की संख्या में वृद्धि होगी। इसके अलावा, ट्रेनें समय पर अपनी मंज़िल पर पहुंचेंगी, जिससे यात्रा का समय कम होगा और यातायात की स्मूथनेस में वृद्धि होगी।
अगले चरणों की योजना और उम्मीदें
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस पूरे प्रोजेक्ट को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। आने वाले वर्षों में, इस प्रोजेक्ट के चलते न केवल राजस्थान के विकास में मदद मिलेगी, बल्कि इससे राज्य की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। यह प्रोजेक्ट न केवल रेल सेवाओं के विस्तार में मदद करेगा, बल्कि स्थानीय निवासियों को भी कई लाभ प्रदान करेगा।