Smart Bijli Meter: बिजली उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर लगवाने के बाद कई तरह की परेशानियों से राहत मिलेगी. इसमें मीटर रीडर का हस्तक्षेप खत्म हो जाएगा, गलत बिलिंग और मीटर जंपिंग जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा. हालांकि, जागरूकता की कमी के कारण उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लगाने से हिचकिचा रहे हैं. अब तक केवल 4,000 उपभोक्ताओं ने ही स्मार्ट मीटर लगवाए हैं. जिनमें से 2,500 मीटर सरकारी कार्यालयों और आवासों में लगाए गए हैं.
जिले में 2.80 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ता
बिजली विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में कुल 3,59,529 उपभोक्ता हैं. जिनमें से करीब 2.80 लाख घरेलू उपभोक्ता हैं. पहले पारंपरिक मीटरों के जरिए मीटर रीडर घर-घर जाकर बिल निकालते थे. जिससे गलत बिल, मीटर तेज चलने और अवैध वसूली जैसी समस्याएं सामने आती थीं. इसके समाधान के लिए उपभोक्ताओं को बिजली विभाग के एक्सईएन, एसडीओ और जेई के दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे.
सरकार ने स्मार्ट मीटर लगाने के दिए निर्देश
इन्हीं समस्याओं को खत्म करने के लिए सरकार ने सभी उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने के निर्देश दिए थे. सर्वे के बाद स्मार्ट मीटर लगवाने की प्रक्रिया शुरू हुई. जिससे उपभोक्ताओं को बिना मीटर रीडर के सीधे विभाग से मैसेज के जरिए बिल मिल सकेगा. उपभोक्ता इस मैसेज के आधार पर बिजली बिल जमा कर सकेंगे.
उपभोक्ता क्यों कर रहे हैं स्मार्ट मीटर का विरोध?
पहले चरण में सरकारी कार्यालयों और आवासों में स्मार्ट मीटर लगाए गए. जब आम उपभोक्ताओं के घर मीटर लगाने की बारी आई, तो इसका विरोध शुरू हो गया. अफवाहों और गलत जानकारी के कारण उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से बचना चाहते हैं. अब तक विभाग की कोशिशों के बावजूद सिर्फ 4,000 मीटर ही लगाए जा सके हैं. जिसमें 2,500 मीटर सरकारी संस्थानों में स्थापित किए गए हैं.
जागरूकता की कमी और गलत जानकारी बनी बाधा
बिजली विभाग के एक्सईएन संजय कुमार शर्मा का कहना है कि स्मार्ट मीटर न लगवाने का मुख्य कारण जागरूकता की कमी है. कई उपभोक्ताओं को भ्रमित किया जा रहा है कि स्मार्ट मीटर से बिजली का बिल ज्यादा आएगा. जबकि हकीकत यह है कि इससे पूरी पारदर्शिता होगी और उपभोक्ताओं को गलत बिलिंग से छुटकारा मिलेगा.
मोबाइल से जुड़ेगा स्मार्ट मीटर
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के मोबाइल से कनेक्ट किया जाएगा. जिससे बिजली खपत की पूरी जानकारी मिलेगी. बिजली विभाग एक एप डाउनलोड करने की सुविधा देगा. जिससे उपभोक्ता यह देख सकेंगे कि उनके घर में कौन-सा उपकरण कितनी बिजली खपत कर रहा है. इससे बिजली बचत की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा सकेगा.
स्मार्ट मीटर से बिजली बिल में मिलेगी छूट
बिजली विभाग उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. एक्सईएन संजय कुमार शर्मा के अनुसार स्मार्ट मीटर लगाने पर उपभोक्ताओं को बिजली बिल में दो प्रतिशत की छूट मिलेगी. यह न केवल बिलिंग प्रणाली को पारदर्शी बनाएगा. बल्कि उपभोक्ताओं को आर्थिक लाभ भी देगा.
स्मार्ट मीटर के प्रमुख फायदे:
- गलत बिलिंग की समस्या खत्म होगी – मीटर रीडर के हस्तक्षेप के बिना उपभोक्ता को सटीक बिल मिलेगा.
- कम आएगा बिजली बिल – बिजली की खपत की स्पष्ट जानकारी मिलने से उपभोक्ता अनावश्यक बिजली खर्च से बच सकेंगे.
- बिल ठीक कराने के झंझट से छुटकारा – उपभोक्ताओं को बिल संबंधी समस्याओं के लिए बिजली विभाग के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.
- बिजली खपत की सही जानकारी मिलेगी – मोबाइल एप के जरिए उपभोक्ता देख सकेंगे कि कौन-सा उपकरण कितनी बिजली खपत कर रहा है.
- बिजली सप्लाई का नियंत्रण उपभोक्ता के हाथ में होगा – बाहर जाने पर उपभोक्ता सप्लाई बंद कर सकते हैं, जिससे बिजली की बचत होगी.
- मीटर जंपिंग जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी – पुराने मीटरों में आने वाली यह समस्या स्मार्ट मीटर में नहीं होगी.
स्मार्ट मीटर अपनाने की जरूरत
बिजली विभाग लगातार उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर लगाने के लिए प्रेरित कर रहा है. जागरूकता अभियान के तहत विभिन्न माध्यमों से लोगों को इसके फायदों के बारे में बताया जा रहा है. उपभोक्ताओं को भी समझना होगा कि यह उनकी सहूलियत और पारदर्शिता के लिए किया जा रहा है. अगर जागरूकता बढ़ाई जाए तो जल्द ही स्मार्ट मीटर को सभी घरों में लागू किया जा सकता है.