पानी बर्बाद करने वालों पर लगेगा भारी जुर्माना, 1 अप्रैल से फील्ड में उतरेंगे कर्मचारी Water Waste Fine

Water Waste Fine: गर्मी का मौसम शुरू होने ही वाला है और इससे पहले ही हरियाणा के गोहाना क्षेत्र में पानी की किल्लत की आशंका को लेकर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग अलर्ट मोड में आ गया है. इस बार अप्रैल से पहले ही तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है और विभाग को अंदेशा है कि आने वाले महीनों में भयंकर गर्मी पड़ सकती है. जिससे पेयजल संकट गहरा सकता है. इस स्थिति को देखते हुए विभाग ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है. 1 अप्रैल 2025 से पूरे क्षेत्र में जल संरक्षण को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा.

बेवजह बहाए पानी पर लगेगा ₹5000 का जुर्माना

जनस्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब अगर कोई व्यक्ति नलों से बेवजह पानी बहाता पाया गया, तो उस पर बिना किसी नोटिस के ₹5000 का जुर्माना लगाया जाएगा. अगर संबंधित व्यक्ति जुर्माना भरने से इंकार करता है तो विभाग की ओर से मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. यह कार्रवाई जल संरक्षण कानून के तहत की जाएगी और इसका उद्देश्य लोगों को जिम्मेदार उपभोक्ता बनाना है.

पानी के बिलों में एक करोड़ से ज्यादा की बकाया राशि

गोहाना क्षेत्र में लोगों पर पेयजल उपयोग के लिए एक करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है. जनस्वास्थ्य विभाग अब इसके लिए भी सख्त हो गया है.

  • बकाया बिल जमा करने के लिए लोगों से अपील की जाएगी.
  • जो उपभोक्ता निर्धारित समय तक बिल जमा नहीं करेंगे, उनके पानी के कनेक्शन काट दिए जाएंगे. यह अभियान शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में चलाया जाएगा.

अवैध कनेक्शन कराने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

विभाग के अधिकारी यह भी मानते हैं कि पेयजल संकट के पीछे अवैध जल कनेक्शन भी एक बड़ी वजह हैं. अवैध कनेक्शनों की पहचान और उन पर कार्रवाई के लिए तीन-तीन कर्मचारियों की टीम बनाई गई है. जिन्हें गोहाना जोन में फील्ड में उतारा जाएगा.

टीमें निम्न कार्य करेंगी:

  • हर घर का निरीक्षण करेंगी.
  • अवैध कनेक्शन पाए जाने पर नोटिस जारी करेंगी.
  • नियमितीकरण न होने पर कनेक्शन काट दिया जाएगा और केस दर्ज किया जा सकता है.

जनता को जल संरक्षण के प्रति किया जाएगा जागरूक

गोहाना जनस्वास्थ्य विभाग के बिलिंग ब्रांच इंचार्ज सुभाष भट्टी ने बताया कि इस बार गर्मी में पेयजल संकट से बचने के लिए लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है.

अभियान के दौरान, कर्मचारी लोगों को समझाएंगे कि:

  • पानी की जरूरत पूरी होते ही नल बंद करें.
  • नलों से बहते पानी को नालियों में न बहाएं.
  • वॉटर पंप चालू रखने के बाद उसे समय पर बंद करें.
  • बिल समय पर भरें ताकि सेवा सुचारु रूप से मिलती रहे.

सीवर कनेक्शन की भी होगी जांच

इस जल संरक्षण अभियान में केवल पेयजल ही नहीं. बल्कि सीवर कनेक्शन की वैधता की भी जांच की जाएगी. अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि:

  • सीवर कनेक्शन भी विभाग की अनुमति से ही हो.
  • अगर कोई अवैध सीवर कनेक्शन मिलता है, तो नोटिस देकर उसे वैध करवाने की चेतावनी दी जाएगी.

अगर समय रहते सुधार नहीं किया गया, तो सीवर कनेक्शन भी बंद किया जा सकता है और अदालत में मामला दर्ज किया जा सकता है.

कर्मचारियों को दिए गए अभियान के निर्देश

गोहाना जनस्वास्थ्य विभाग ने अपनी सभी फील्ड टीमों को निर्देशित किया है कि 1 अप्रैल से वे घरों, दुकानों, मोहल्लों और गांवों में जाकर निरीक्षण शुरू करें. टीमों के पास होंगी:

  • नोटिस देने की शक्ति
  • फोटोग्राफिक सबूत इकट्ठा करने की जिम्मेदारी
  • बिल बकाया की रिपोर्ट तैयार करने का दायित्व

लोगों को इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए

जल संकट से बचने और विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए हर उपभोक्ता को निम्न बातों का ध्यान रखना जरूरी है:

  • नल चालू रखने के बाद उसे समय पर बंद करें
  • बिना जरूरत के पानी बहाना पूरी तरह से बंद करें
  • पानी के बिल समय से जमा करें
  • अगर कनेक्शन अवैध है तो जल्द से जल्द उसे वैध करवाएं
  • विभागीय नोटिस को नजरअंदाज न करें

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