दिल्ली से सोनीपत का सफर होगा 1 घंटे में पूरा, यात्रियों का सफर होगा आरामदायक Rapid Rail Transit System

Rapid Rail Transit System: दिल्ली, हरियाणा और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से दिल्ली-पानीपत-करनाल रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आर.आर.टी.एस.) परियोजना को तेज़ी से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. इस हाई-स्पीड कॉरिडोर का उद्देश्य न केवल दिल्ली, सोनीपत और करनाल को जोड़ना है. बल्कि औद्योगिक और शैक्षिक केंद्रों को भी नया विस्तार देना है. दिल्ली में भी भाजपा की सरकार बनने के बाद इस प्रोजेक्ट को बिना किसी बाधा के धरातल पर उतारने की दिशा में तेज़ी से काम होगा.

दिल्ली से सोनीपत मात्र 30 मिनट में पहुंचेगी ट्रेन

इस परियोजना के तहत 136 किलोमीटर लंबे आर.आर.टी.एस. कॉरिडोर में कुल 21 स्टेशन होंगे. जिसमें सोनीपत के कई प्रमुख स्टेशन भी शामिल होंगे. यह कॉरिडोर दिल्ली के सराय काले खां से करनाल के नए आई.एस.बी.टी. तक जाएगा. हाई-स्पीड कॉरिडोर के शुरू होने से दिल्ली से करनाल का सफर मात्र 90 मिनट में और दिल्ली से सोनीपत का सफर सिर्फ 30 मिनट में पूरा किया जा सकेगा. वर्तमान में सड़क मार्ग से दिल्ली से सोनीपत पहुंचने में 60-70 मिनट का समय लगता है. यह सुविधा हजारों दैनिक यात्रियों के लिए राहत लेकर आएगी और दिल्ली में काम करने वाले प्रोफेशनल्स को सुगम आवागमन का लाभ मिलेगा.

औद्योगिक और शैक्षिक केंद्रों को मिलेगा लाभ

आर.आर.टी.एस. कॉरिडोर से सोनीपत के कुंडली इंडस्ट्रियल एरिया, बड़ी औद्योगिक क्षेत्र और राजीव गांधी एजुकेशन सिटी को जबरदस्त फायदा होगा. तेज़ और सुगम परिवहन सुविधा मिलने से व्यापार, निवेश और नौकरियों के नए अवसर खुलेंगे. इस परियोजना से स्थानीय उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा और अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी.

कुंडली और बड़ी औद्योगिक क्षेत्र को सीधा फायदा

दिल्ली-एनसीआर के सबसे तेजी से विकसित हो रहे औद्योगिक क्षेत्रों में से एक कुंडली औद्योगिक क्षेत्र और बड़ी औद्योगिक क्षेत्र को इस परियोजना से सीधा लाभ मिलेगा.

  • फूड प्रोसेसिंग: कुंडली क्षेत्र में पहले से ही कई फूड प्रोसेसिंग कंपनियां कार्यरत हैं. रैपिड रेल से इन कंपनियों की लॉजिस्टिक्स और उत्पाद वितरण में तेज़ी आएगी.
  • ऑटोमोबाइल और टैक्सटाइल इंडस्ट्री: क्षेत्र में स्थित ऑटोमोबाइल और टैक्सटाइल उद्योगों को बड़े पैमाने पर परिवहन सुविधा मिलेगी. जिससे उत्पादन और निर्यात क्षमता में वृद्धि होगी.
  • छोटे और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा: यह कॉरिडोर छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए वरदान साबित होगा. जिससे उत्पादन लागत में कमी आएगी और व्यवसायों को नई ऊंचाई मिलेगी.

दिल्ली और करनाल के बीच मजबूत कनेक्टिविटी

आर.आर.टी.एस. परियोजना दिल्ली, सोनीपत, पानीपत और करनाल के बीच एक महत्वपूर्ण परिवहन लिंक बनाएगी.

  • यात्रा का समय होगा कम: इस परियोजना के शुरू होने से यात्रियों को तेज़ और सुरक्षित यात्रा का लाभ मिलेगा.
  • अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई गति: व्यापारियों, छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को बेहतर आवागमन सुविधा मिलेगी, जिससे आर्थिक गतिविधियों में तेज़ी आएगी.
  • पर्यावरण के लिए अनुकूल: इस प्रोजेक्ट से सड़क यातायात पर निर्भरता कम होगी, जिससे प्रदूषण और ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी.

रोजगार के नए अवसर होंगे सृजित

रैपिड रेल परियोजना से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. निर्माण कार्य, रखरखाव और संचालन के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में नौकरियों के नए अवसर बनेंगे.

परियोजना के लिए सरकार की योजनाएं

सरकार इस परियोजना को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने की योजना बना रही है. अलग अलग स्तरों पर बजट आवंटन किया गया है और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी तेज़ी से आगे बढ़ रही है.

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